क्या हिमाचल प्रदेश के किसान राज्य की कांग्रेस सरकार के फैसले से नाराज होकर टमाटर फेंक रहे हैं? जानें वायरल दावे की सच्चाई

क्या हिमाचल प्रदेश के किसान राज्य की कांग्रेस सरकार के फैसले से नाराज होकर टमाटर फेंक रहे हैं? जानें वायरल दावे की सच्चाई
  • वीडियो में हिमाचल सरकार को बताया जा दोषी
  • दो वीडियो का एक कोलॉज किया जा रहा वायरल
  • पड़ताल में दावा निकला फर्जी

डिजिटल डेस्क, भोपाल। बीते कुछ समय से देश भर में टमाटर के दाम आसमान छू रहे थे। हालांकि अब इनकी कीमतों में धीरे-धीरे गिरवट आ रही है। इस बीच टमाटरों के दाम बढ़ने का कारण बताने वाला एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में दो वीडियोज का एक कोलाज है जिसे शेयर करते हुए सोशल मीडिया यूजर्स टमाटर के दाम बढ़ने का सीधा आरोप हिमाचल प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर लगा रहे हैं।

वीडियो में राहुल गांधी किसानों से टमाटर के दाम बढ़ने का कारण पूछते हैं जिस पर किसान कहते हैं कि हिमाचल और बेंगलुरू से टमाटर नहीं आ रहे हैं। वीडियो के दूसरे पार्ट में कुछ लोग नीले रंग की पेटियों में भरे किसी फल या सब्जी को फेंकते हुए नजर आ रहे हैं।

प्रदीप नाम के एक फेसबुक यूजर ने इस वायरल वीडियो को पोस्ट करते हुए लिखा, "जब राहुल गांधी मंडी पहुंचे और मंडी के बिक्रेताओ से पूछा इतना दाम क्यों बढ़ रहा टमाटर के तो बिक्रेताओं ने कहा पीछे से माल ही नहीं आ रहा, राहुल ने पूछा टमाटर कहां से आता है तो बिक्रेताओं ने कहा हिमाचल, बैंगलोर दोनों जगह कांग्रेस की सरकार, इधर हिमाचल के किसानों ने टमाटर को फेंकना शुरू कर दिया है क्योंकि हिमाचल की कांग्रेस सरकार हिमाचल से बाहर टमाटर भेजने को मना कर रही है, अब समझे टमाटर के दाम 150 रू किलो क्यों है ताकि राजनीति करके महंगाई का रोना रोकर कांग्रेस मोदी सरकार को बदनाम कर सके।"

पड़ताल- जब हमारी टीम इस वायरल वीडियो की सच्चाई जानने के लिए जांच में जुटी तो पाया कि अलग-अलग समय के दो वीडियो को जोड़कर झूठा दावा किया जा रहा है। लोगों को भ्रमित करने के इरादे से इसे टमाटर की महंगाई से जोड़ा जा रहा है। सबसे पहले हमने वीडियो के पहले पार्ट जिसमें राहुल गांधी नजर आ रहे हैं उसकी जांच रिवर्स कीफ्रेम सर्चिंग के माध्यम से की। इससे पता चला कि यह वीडियो राहुल गांधी के यूट्यूब चैनल पर 1 अगस्त 2023 को पोस्ट किए गए एक वीडियो का हिस्सा है। यह वीडियो दिल्ली की आजादपुर सब्जी मंडी का है जहां राहुल गांधी किसानों से मिलकर उनकी समस्याएं सुन रहे हैं। इसमें वायरल वीडियो के 18 सेकेंड का पार्ट भी है।

समान तरीके से जब वीडियो के दूसरे पार्ट की जांच की गई तो पता चला कि यह हिमाचल प्रदेश के शिमला का वीडियो है जिसमें किसान सेबों के सड़ जाने के कारण उसे फेंक रहे हैं। तब बीजेपी नेता अमित मालवीय ने यह वीडियो शेयर करते हुए प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर विफलता का आरोप लगाया था। बीजेपी नेता का कहना था कि सरकार सेबों को बाजार तक ले जाने में किसानों की मदद करने में नाकाम रही है।

हमें इस वीडियो का एक स्क्रीन शॉर्ट हिंदुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट में भी मिला। इसमें बताया गया है कि भूस्खलन की वजह से लंबे समय से रास्ते ब्लॉक होने के कारण किसानों के सैकड़ों सेब सड़ गए हैं, जिसके चलते उन्हें सभी सेब फेंकना पर रहा है।

शिमला के रेहरू इलाके की यह घटना उन दिनों काफी चर्चाओं में रही थी जिसके बाद हिमाचल प्रदेश हॉर्टिकल्चर मिनिस्टर जगत सिंह ने जांच के आदेश भी दिए थे। 'पीटीआई' को दिए गए बयान में उन्होंने कहा था, "सड़कें बंद होने की वजह से सेबों के सड़ने की बात गलत है क्योंकि उस वक्त एक वैकल्पिक मार्ग खुला हुआ था।"

कुल मिलाकर हमारी टीम ने अपनी पड़ताल में पाया कि दो सही और विश्वसनीय वीडियो को आपस में जोड़कर गलत संदर्भ में पेश किया गया है। वीडियो में टमाटर के बढ़ते दामों का बताया जा रहा कारण बिल्कुल गलत है। लोगों को भ्रमित करने के उद्देश्य से बनाया गया यह वीडियो जान बूझकर सोशल मीडिया पर वायरल किया जा रहा है।

Created On :   26 Aug 2023 2:22 PM GMT

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